# वो खत#
तुम्हारा खत और वो कार्ड
आज भी मेरी डायरी में
महफूज़ है खुशनुमा यादों के साथ
जो तुमने मुझे पहली बार भेजा था,
कैसे भूल सकती हूं तुम्हारे भेजे
उस कार्ड का प्यारा सा पैगाम
जिसे पढ़कर खुशी से भीग गई थी
मेरी आंखों की कोर
मेरे लिए वो एक कार्ड नहीं था
उसमें था तुम्हारे प्यार का अहसास
कुछ उम्मीदें, कुछ कामनाएं,
जो जन्मी थीं तुमसे मिलने के बाद,
तुम बेशक छोड़ गए मुझे अकेला
मुझे मेरी यादों और सपनों के साथ,
पर मैं कहां भूल पाई तुम्हें अब तक
तुम्हारा भेजा ये कार्ड और खत
इकतरफा गवाह हैं मेरे प्यार के….