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12 Feb 2023 · 1 min read

वो कभी दूर तो कभी पास थी

वो कभी दूर तो कभी पास थी
वो कभी खुश कभी मायुस थी

उससे ना शिकवा रहा ना गिला
ए जिंदगी तुझे जीने की आस थी

✍️©’अशांत’ शेखर
12/02/2023

231 Views
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