वोटर की लाटरी (हास्य कुंडलिया)
वोटर की लाटरी (हास्य कुंडलिया)
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पूड़ी – हलवा बँट रहा , जैसे जिमी बरात
वोटर बोला वाह जी , वाह वाह क्या बात
वाह वाह क्या बात , मुफ्त में मदिरा पाई
भरे जेब में नोट , लाटरी ज्यों लग आई
कहते रवि कविराय ,चार दिन का यह जलवा
पाँच साल के बाद , मिलेगा पूड़ी – हलवा
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रचयिता : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451
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जलवा = शोभा ,तड़क-भड़क ,छवि ,छटा
जिमी = जीमना ,जिमाना ,भोजन आदर पूर्वक कराना