Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Jan 2024 · 1 min read

“वैसा ही है”

“वैसा ही है”
कविताएँ पढ़ना वैसा ही है
जैसा कि एक औरत का
उम्र भर ख्वाब पाले रखना
कि एक दिन उसका पति
प्रेमी बन जाएगा
फिर बात-बात पर मनाएगा।

5 Likes · 4 Comments · 229 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

If you ever need to choose between Love & Career
If you ever need to choose between Love & Career
पूर्वार्थ
मजे की बात है
मजे की बात है
Rohit yadav
****प्रेम सागर****
****प्रेम सागर****
Kavita Chouhan
मेरे पिताजी
मेरे पिताजी
Santosh kumar Miri
उम्मीदें कातिलाना होती हैं
उम्मीदें कातिलाना होती हैं
Chitra Bisht
3031.*पूर्णिका*
3031.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम सब की है यही अभिलाषा
हम सब की है यही अभिलाषा
गुमनाम 'बाबा'
Tumhe Pakar Jane Kya Kya Socha Tha
Tumhe Pakar Jane Kya Kya Socha Tha
Kumar lalit
नारी का श्रृंगार
नारी का श्रृंगार
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
क्यों ? मघुर जीवन बर्बाद कर
क्यों ? मघुर जीवन बर्बाद कर
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
"पता चला"
Dr. Kishan tandon kranti
मिलती है मंजिले उनको जिनके इरादो में दम होता है .
मिलती है मंजिले उनको जिनके इरादो में दम होता है .
Sumer sinh
कुछ अलग ही प्रेम था,हम दोनों के बीच में
कुछ अलग ही प्रेम था,हम दोनों के बीच में
Dr Manju Saini
*वो है खफ़ा  मेरी किसी बात पर*
*वो है खफ़ा मेरी किसी बात पर*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
- ख्वाईश बस इतनी सी है -
- ख्वाईश बस इतनी सी है -
bharat gehlot
शिक्षक
शिक्षक
Nitesh Shah
पथप्रदर्शक
पथप्रदर्शक
Sanjay ' शून्य'
हम किसी सरकार में नहीं हैं।
हम किसी सरकार में नहीं हैं।
Ranjeet kumar patre
महाकाल हैं
महाकाल हैं
Ramji Tiwari
*जाने-अनजाने हुआ, जिसके प्रति अपराध (कुंडलिया)*
*जाने-अनजाने हुआ, जिसके प्रति अपराध (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सपने हो जाएंगे साकार
सपने हो जाएंगे साकार
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
संत गुरु नानक देवजी का हिंदी साहित्य में योगदान
संत गुरु नानक देवजी का हिंदी साहित्य में योगदान
Indu Singh
जिसने अपने जीवन में दुख दर्द को नही झेला सही मायने में उसे क
जिसने अपने जीवन में दुख दर्द को नही झेला सही मायने में उसे क
Rj Anand Prajapati
#यादें_बचपन_की।
#यादें_बचपन_की।
*प्रणय*
नेह धागों का त्योहार
नेह धागों का त्योहार
Seema gupta,Alwar
तेरी आदत में
तेरी आदत में
Dr fauzia Naseem shad
बदल रही है ज़िंदगी
बदल रही है ज़िंदगी
Shekhar Chandra Mitra
That Spot
That Spot
Tharthing zimik
बदनाम
बदनाम
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
दिलनशीं आसमॉं
दिलनशीं आसमॉं
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
Loading...