वेवफा प्यार
मैं तेरे प्यार में इतना डूबी,
तेरे सिवा इस दुनिया में मुझे कुछ भी नही नजर आया ।
जब भी ईश्वर के दर पर, कुछ मांगने को मै गई।
तेरी सलामती के सिवा कभी ईश्वर से कुछ नही मांगा ।
लाख बुरा वक़्त आया मेरे जीवन में ,
पर कभी अपने लिए मैने ईश्वर से कुछ नही माँगा।
मैंने तो तेरे साथ प्यार,वफा के साथ निभाया था,
खता इतनी हुई मुझसे ,मै तेरे बेवफा प्यार
को समझ नही पाया।
वह आँखें जिसे प्यार का ,मैं सागर समझा करती थी
तेरा प्यार है समझकर, खुश हुआ करती थी,
जब उस प्यार में डूबी तो, मुझको पता चला,
वहाँ मेरे लिए प्यार नही,आँसु की दरिया थी।
पर शिकायत नही है तुमसें कोई मेरी
क्योंकि तुम तो शुरू से वैसे ही थे,
वह तो मै थी जिसके आँखो पर ,बेवफा प्यार का पर्दा पड़ा था।
~अनामिका