” वेदना “
” वेदना ”
वेदना कभी बांझ नहीं होती.. अन्तहीन भी नहीं.. दर्द की दास्तान कभी खत्म नहीं हो सकती।
(मेरे द्वारा रचित ‘सौदा’ कहानी-संग्रह से…)
” वेदना ”
वेदना कभी बांझ नहीं होती.. अन्तहीन भी नहीं.. दर्द की दास्तान कभी खत्म नहीं हो सकती।
(मेरे द्वारा रचित ‘सौदा’ कहानी-संग्रह से…)