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2 Jun 2023 · 1 min read

वृद्धजन अधिकारी सम्मान के

वरिष्ठ नहीं सिर्फ अनुभव के,
भंडार होते है स्नेह प्यार के ।
इन्ही से शुरू होते है हम,
यह शिखर है परिवार के ।
वृद्धजन अधिकारी सम्मान के।।
खाये रूखा, बच्चा न हो भूखा,
जिनके लिये जीवन लिखा ।
बोझ नहीं वो, सहा है बोझा,
नहीं रहे ये पड़ाव अब सूखा ।
ये अधिकारी अब मुस्कान के।।
वृद्धजन अधिकारी सम्मान के।।
मेहनत से ही परिवार पाला।
बच्चों को हर हाल निवाला।
अब उनकी तुम मदद करना,
फेरते है वो दुआओं की माला।
आश्रम क्यों, वह देव मकान के।।
वृद्धजन अधिकारी सम्मान के।।
अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर समर्पित-
(रचनाकार- डॉ शिवलहरी)

Language: Hindi
338 Views
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