वीर सिपाही
इस भारत के वीर सिपाही,
तुम देश की शान बढ़ाओगे।
कितनी भी कठिनाई आये,
तुम सबको दूर भागाओगे।
जनता का विश्वास हो तुम,
भारत माँ की आस हो तुम।
कोई तुम को न तोड़ सके,
ऐसी अडिग फौलाद हो तुम।
तुम शेरों की टोली भी ,
पड़ जाये दुश्मन पर भारी।
सबका ऐसा अंत करो तुम,
बन जाओ तलवार दोधारी।
भारत माता का मान रखो,
जय हिंद देश का गान रखो।
कर्तव्य तुम्हारा छूटे न,
देश प्रेम ये टूटे न।
पर्वत जैसे अड़े रहे तुम,
दुश्मन को धूल चटाते हो।
जाँ निसार कर मातृभूमि पर ,
अमर शहीद कहलाते हो।