वीर – जवान
वीर – जवान
तपती धरती , कपकपाती ठंड ,
ओले बरसे ,भीषण – तूफान ,
इन कष्टों को झेलते हमारे जवान ,
इनका घर- बार मातृभूमि ही ,
इनकी चिंता मातृभूमि की ,
ये रक्षा करते शरहदों की ,
माँ की रक्षा में दाग न आये ,
देश में दुश्मन घूस न पाये ,
अगर दुश्मन इन्हें करते परेशान ,
मुँह तोड़ जवाब देते हमारे जवान ,
बंदूकें होती हैं इनके साथी ,
सीमा रहती जानों से प्यारी ,
बर्फ से ढ़ॅकी पर्वतों पर ये होते हैं प्रहरी ,
कभी – कभी बर्फ इन्हें निवाला बना लेती ,
गहरे संकट में नहीं रुकते इनके कदम ,
दिन रात रक्षा में रहते हरदम ,
ये होते हैं हमारे प्यार के भूखे ,
हमारी विनती हैं इनके दिल ना दुःखाएॅ ,
इनकी रक्षा से हैं हम सुरक्षित ,
जय हिन्द , जण – गण – वन्दे मातरम् होता नारा,
जिनपर गर्व करता प्यारा देश हिंदुस्तान हमाराll
जय हिन्द , जय भारत