Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Feb 2024 · 1 min read

अज्ञानी मन @ कविता

मैंने सोचा
सबसे अधिक संकटों से वास्ता मेरा पड़ा है
पर यहां हर शहर कस्बों गांव गलियों में
सुखों से आदमी अनजान खड़ा है
शहर जिसमें चमक दमक आवो हवा का है शमा
तथाकथित सुख सुविधाओं में नर् मादा है रमा
लेकिन शहरी ये आज भी
इंसानियत से सुनसान पड़ा है
समाज में छाई विकृति
मानव की प्रकृति को
बदलने को आतुर अज्ञानी आज
मेरा मन अडा है

@ओम प्रकाश मीना

46 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from OM PRAKASH MEENA
View all
You may also like:
सत्य मिलता कहाँ है?
सत्य मिलता कहाँ है?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
কি?
কি?
Otteri Selvakumar
जिंदगी गुज़र जाती हैं
जिंदगी गुज़र जाती हैं
Neeraj Agarwal
गहरी हो बुनियादी जिसकी
गहरी हो बुनियादी जिसकी
कवि दीपक बवेजा
"जय जवान जय किसान" - आर्टिस्ट (कुमार श्रवण)
Shravan singh
बेदर्दी मौसम दर्द क्या जाने ?
बेदर्दी मौसम दर्द क्या जाने ?
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
* नाम रुकने का नहीं *
* नाम रुकने का नहीं *
surenderpal vaidya
भारत रत्न श्री नानाजी देशमुख (संस्मरण)
भारत रत्न श्री नानाजी देशमुख (संस्मरण)
Ravi Prakash
जाने के बाद .....लघु रचना
जाने के बाद .....लघु रचना
sushil sarna
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
कभी जिस पर मेरी सारी पतंगें ही लटकती थी
Johnny Ahmed 'क़ैस'
वक़्त ने किया है अनगिनत सवाल तपते...
वक़्त ने किया है अनगिनत सवाल तपते...
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मैं मजदूर हूं
मैं मजदूर हूं
हरवंश हृदय
हर कोई समझ ले,
हर कोई समझ ले,
Yogendra Chaturwedi
शब्द
शब्द
लक्ष्मी सिंह
मेरा दिल अंदर तक सहम गया..!!
मेरा दिल अंदर तक सहम गया..!!
Ravi Betulwala
लोगों के दिलों में बसना चाहते हैं
लोगों के दिलों में बसना चाहते हैं
Harminder Kaur
निगाहों से पूछो
निगाहों से पूछो
Surinder blackpen
दूर देदो पास मत दो
दूर देदो पास मत दो
Ajad Mandori
प्यार किया हो जिसने, पाने की चाह वह नहीं रखते।
प्यार किया हो जिसने, पाने की चाह वह नहीं रखते।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
राजनीतिक संघ और कट्टरपंथी आतंकवादी समूहों के बीच सांठगांठ: शांति और संप्रभुता पर वैश्विक प्रभाव
राजनीतिक संघ और कट्टरपंथी आतंकवादी समूहों के बीच सांठगांठ: शांति और संप्रभुता पर वैश्विक प्रभाव
Shyam Sundar Subramanian
" आज भी है "
Aarti sirsat
पिता
पिता
Manu Vashistha
ये चांद सा महबूब और,
ये चांद सा महबूब और,
शेखर सिंह
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
When the ways of this world are, but
When the ways of this world are, but
Dhriti Mishra
मेरा और उसका अब रिश्ता ना पूछो।
मेरा और उसका अब रिश्ता ना पूछो।
शिव प्रताप लोधी
इन काली रातों से इक गहरा ताल्लुक है मेरा,
इन काली रातों से इक गहरा ताल्लुक है मेरा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हर तीखे मोड़ पर मन में एक सुगबुगाहट सी होती है। न जाने क्यों
हर तीखे मोड़ पर मन में एक सुगबुगाहट सी होती है। न जाने क्यों
Guru Mishra
जीवन की सुरुआत और जीवन का अंत
जीवन की सुरुआत और जीवन का अंत
Rituraj shivem verma
"आलिंगन"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...