वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई
दोहे -वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई
लक्ष्मीबाई सी नहीं,
दूजी कोई वीर ।
क्षण भर में कर भाल से,
देती दुश्मन चीर ।।
लक्ष्मीबाई की सदा,
चली खूब तलवार ।
बिजली सी चमके जहां,
बहे खून की धार ।।
ऐसी थी वीरांगना,
कितना करे बखान ।
होती युग उपरांत है,
उन-सी वीर महान ।।
आज दिवस बलिदान है,
मना रहे हम आप ।
लक्ष्मीबाई का अमर,
रहे सदैव प्रताप ।।
बेटी हो तो हो सदा,
ऐसी वीर महान ।
काम करे ऐसा करे,
लक्ष्मी बाई समान ।।
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@ #राजीव_नामदेव “राना लिधौरी” टीकमगढ़
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक-‘अनुश्रुति’ बुंदेली त्रैमासिक ई-पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
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