Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Sep 2019 · 1 min read

वीणा मैं तुम्हारी जिसके तुम तार

वीणा मैं तुम्हारी जिसके तुम तार
साज हूँ मैं तुम्हारा तुम उसका सार
सुर भी संगीत भी मधुर अहसास जब हो तकरार
सुगम हो जाती राह बनती जब इकतार

निर्झरिणी मैं तुम्हारी जिसकी तुम धार
विषम राह प्रस्तर जो पार कर चली हर बार
नील गगन की दामिनी जो उज्ज्वलता भरी
संग जिसके वारिद शीतलता भरा

स्वप्न को उर में सजाये नभ का खग हूँ
विश्वासो की डोर जिसके संग है
आशाओं का सिन्धु बन नव मोड़ लाया हूँ
वेदना विषमताओं को भी झकझोर पाया हूँ

वीणा में तुम्हारी जिसके तुम तार

Language: Hindi
2 Likes · 230 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Neha
View all
You may also like:
जीवन उद्देश्य
जीवन उद्देश्य
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मेरी मां।
मेरी मां।
Taj Mohammad
"शिक्षक"
Dr Meenu Poonia
दूर किसी वादी में
दूर किसी वादी में
Shekhar Chandra Mitra
माना सच है वो कमजर्फ कमीन बहुत  है।
माना सच है वो कमजर्फ कमीन बहुत है।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
जीवन में चुनौतियां हर किसी
जीवन में चुनौतियां हर किसी
नेताम आर सी
"रेल चलय छुक-छुक"
Dr. Kishan tandon kranti
हे अयोध्या नाथ
हे अयोध्या नाथ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
3215.*पूर्णिका*
3215.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
क्या मागे माँ तुझसे हम, बिन मांगे सब पाया है
क्या मागे माँ तुझसे हम, बिन मांगे सब पाया है
Anil chobisa
आज का नेता
आज का नेता
Shyam Sundar Subramanian
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
क्षितिज
क्षितिज
Dhriti Mishra
Armano me sajaya rakha jisse,
Armano me sajaya rakha jisse,
Sakshi Tripathi
अभी सत्य की खोज जारी है...
अभी सत्य की खोज जारी है...
Vishnu Prasad 'panchotiya'
जो लोग ये कहते हैं कि सारे काम सरकार नहीं कर सकती, कुछ कार्य
जो लोग ये कहते हैं कि सारे काम सरकार नहीं कर सकती, कुछ कार्य
Dr. Man Mohan Krishna
उड़ान ~ एक सरप्राइज
उड़ान ~ एक सरप्राइज
Kanchan Khanna
"आकुलता"- गीत
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
मछलियां, नदियां और मनुष्य / मुसाफ़िर बैठा
मछलियां, नदियां और मनुष्य / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
सबसे ज्यादा विश्वासघात
सबसे ज्यादा विश्वासघात
ruby kumari
*देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है (गीत)*
*देश का हिंदी दिवस, सबसे बड़ा त्यौहार है (गीत)*
Ravi Prakash
देव उठनी
देव उठनी
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
सावन बरसता है उधर....
सावन बरसता है उधर....
डॉ.सीमा अग्रवाल
फिर जनता की आवाज बना
फिर जनता की आवाज बना
vishnushankartripathi7
बचपन बेटी रूप में
बचपन बेटी रूप में
लक्ष्मी सिंह
वो खूबसूरत है
वो खूबसूरत है
रोहताश वर्मा 'मुसाफिर'
कि हम मजदूर है
कि हम मजदूर है
gurudeenverma198
ये जिंदगी है साहब.
ये जिंदगी है साहब.
शेखर सिंह
RKASHA BANDHAN
RKASHA BANDHAN
डी. के. निवातिया
■ आज का मुक्तक
■ आज का मुक्तक
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...