विश्व शांति
ऊं शांति शांति शांति सर्वत्र शांति शांति शांति ऊं
दुनिया में शांति से बढ़कर, कुछ भी नहीं
जीवन में शांति से बढ़कर, कोई उपलब्धि नहीं
धन दौलत भौतिक साधन, शांति के कारक नहीं
संसार में शांति से बढ़कर, कोई नीति नहीं
कोई रणनीति राजनीति नहीं
धर्म अध्यात्म का सार तत्व है शांति
इंसानियत इंसान का चरित्र है शांति
आत्मा की मांग है शांति
उत्तरोत्तर बिकास की मांग है शांति
प्रेम और विश्वास है शांति
हर एक इंसान, आत्मा की चाह है शांति
चाहते हैं विश्व शांति, तो लाएं आत्म शांति
हिंसा द़ेष का त्याग कर, पाएं परम शांति
धरती आकाश सर्ब लोक, शांति शांति शांति
ऊं शांति शांति शांति सर्वत्र शांति शांति शांति ऊं 🙏
सुरेश कुमार चतुर्वेदी