विश्व जनसंख्या दिवस
आबादी बढ़ रही दिनों दिन
संसाधन का गणित बिगाड़ रही
पर्यावरण और धरती को
दिनों दिन और उजाड़ रही
कम पड़ रहा पीने का पानी
खाद्य सामग्री घटा रही
वैश्विक समस्या आबादी की
संघर्षों को बढ़ा रही
नस्ल धर्म रंग जातिभेद
सारी दुनिया में मुखरित है
शिक्षा स्वास्थ्य अन्य सुविधा से
बहुधा आबादी वंचित है
धर्म जाति नस्ल आधारित संतुलन
दुनिया ने इसे बिगाड़ा है
अपना अपना वर्चस्व बढ़ाने
आबादी को हथियार बनाया है
अज्ञान अशिक्षा और गरीबी
दुनिया की बड़ी समस्या है
सारी दुनिया के संसाधन
आबादी से बहुत कम हैं
बढ़ती रही अगर आबादी
खाना ना पीने जल होगा
रहने को ना घर होगा
दुनिया का ऐसा कल होगा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी