विश्वास
मेरी मुस्कुराहटों पे फिदा हैं तू ।
तेरी इस अदा पे फिदा हूँ मैं ।।
मेरे विश्वास पे मरमिटी हैं तू ।
तेरे इस विश्वास पे मिटा हूँ मैं ।।
मेरी हर दुआ में समायी हैं तू ।
तेरे हर दर्द की दवाई हूँ मैं ।।
तेरे टूटे हुए दिल की अनकही किताब हूँ मैं ।
तू कहे या ना कहे पर तेरे हर सवाल का जवाब हूँ मैं ।।
मैं वही हूँ जिसको तूने को दिया था कभी ।
मैं वही हूँ जिसको तूने पा लिया हैं अभी ।।
मैं वही हूँ जो हर कहीं मिलता नहीं ।
मैं तेरा विश्वास हूँ तेरे जीने की आप हूँ ।।
तू समझ मुझको जरा मैं यूँही आया तो नहीं ।
मैं तेरा कुछ खास हूँ मैं तेरा विश्वास हूँ ।।
ललकार भारद्वाज