विश्वास
विश्वास
विश्वास एक परिचय है,जो कागज मे नहीं तोला जाता,
विश्वास एक धरोहर है ,कहीं गिरवी नहीं रखा जाता ,
पानी सा निर्मल होता है ,कांच का जैसा नाजुक ये ,
संबंधों की मीठी प्रीत का ,सदा रहा सारथी ये ,
दोस्त से दोस्ती का संबंध ,विश्वास की एक खरी कसौटी है ,
पती – पत्नी के संबंधों मे ,विश्वास की परत बहुत ही मोटी है,
कुछ कच्चा कुछ पक्का है ,विश्वास का रंग बहुत ही सच्चा है ,
मगर आजकल विश्वास की धज्जियां उड़ते मैंने देखा है,
बूढ़े माँ -बाप को बृद्धाश्रम की सीढ़ी चढ़ते देखा है ,
भाई – बहन के पवित्र रिश्ते को पैसों पर लड़ते देखा है ,
सच्चे लोगों पर भी झूठी तोहमत लगते देखा है,
शक का एक दरिंदा आकर ,विश्वास के बीच दरार बना ,
कहीं- कहीं सत्ता का लालच हाथ मे ले तलवार खड़ा ,
मानव के मस्तिष्क मे जब, अहंकार रूपी पर्दा गिरता है,
वहीं कहीं विश्वास का दम पैरों तले कुचलता है ,
मत तोड़ो विश्वास किसी का ,मत छल का आगाज़ करो ,
दुनिया मे सारे पवित्र रिश्तों का दिल से तुम सम्मान करो !!