विश्वास करो
कर सकते हो
तुम जो करना चाहो
झुठ-मुठ की बात नहीं
सच होंगे सारे खाव्ब सही
विश्वास करो, विश्वास करो।
प्रतिस्पर्धा की बात नहीं हैं
कौन लोग अब साथ नहीं हैं
मन बस एक दीप जलाकर
बिन रोक-टोक अब चले चलो
विश्वास करो, विश्वास करो।
मन बैठा सा लगता हैं जब
तो माता-पिता से बात करो
अगर कभी मन भर जाएं
तो जरा कभी सैर करो
विश्वास करो, विश्वास करो।
सीखना कभी ना छोड़ देना
रास्ता कभी ना मोड़ देना
भटक जाओ रास्ते मे अगर
तब एक बार कुछ सोच लेना
विश्वास करो, विश्वास करो।
परीक्षा का डर जरूर होगा
पर सही तकनीक के साथ बढ़ो
मुरझाये से यू न रहकर
खुल के थोड़ी बात करो
विश्वास करो, विश्वास करो।