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6 Nov 2024 · 1 min read

विश्वासघात से आघात,

विश्वासघात से आघात,
पुनर्निर्माण कैसे हो?
जो तन से छीन ली साँसे,
तो उसमें प्राण कैसे हो?
-लक्ष्मी सिंह

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