विभजन
हमको कोई क्या बांटेगा?
हमने खुद को बंlटा है जाति,
वर्ण,गोत्र,और उपजातियों में!
अब कैसे पुनरमिलन हो बिन-
वैवाहिक बंधन अंतरजातियों में?
ब्राह्मण,वैश्य,क्षत्रिय,शूद्र भी बटे ,
पंजाबी,बंगाली,मराठी,गुजरातियो मैं!!
देश बंटा था हिंदू मुसलमान बिरादरी,
पर पता नहीं चला कब बंटे प्रदेशो में?
सनातन संस्कृति समेटिये भारतीयों में!!
बोधिसत्व कस्तूरिया एडवोकेट कवि पत्रकार सिकंदरा आगरा -282007 मोबाइल 9412443093