नर्क स्वर्ग
नर्क स्वर्ग कयायत की कल्पना महज़ किस्से है!
अपनी-अपनी करनी का फल ,आपके हिस्से है!!
जो कल तक अपनी सत्ता की धमक बौराए थे,
पल भर मे धूल-धूसरित हुए जिनके वो रस्से है!!
कब कौन कहा स्थिर,किसकी सत्ता स्थाई रही?
मुगल-अंग्रेज बस इतिहास के पन्नो के किस्से है!!
साथ कौन किसी के चले गए ये महल-दुमहले?
अरबो की सम्पत्ति कमाने के भी खूनी किस्से है?
जैसी जिसकी करनी,बैसी यही पर भरनी पडे!
दंड विधान सुनिश्चित करना,भगवान के हिस्से है!!