Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Sep 2016 · 1 min read

विधुर बाप

विधुर बाप

विधुर बाप निर्बल ,असहाय
बेचारा सा होता है
है अगर छोटी -छोटी गुडिया तो
किस्मत का मारा होता है

है अबोध ,अनजान शिशु तो
माँ जैसा ही  दुलारा होता है
शीतल , सौम्य ,स्नेहदायिनी
दुग्ध की धारा सा  प्यारा होता है

बड़ी -बडी बेटियों के लिए तो
मर्यादा का रखवाला होता है
पथ भटके जवां लाडलियाँ तो
तो सही राह दिखाने वाला होता है

हो जाये विधुर यौवनावस्था में
तो भटके हुए तारे जैसा होता है
कामनाओं के सरोवर में बिना
पानी के मछली जैसा होता है

हो जाये विधुर चालीस के पार तो
कोई बात करने वाला न होता है
आवश्यकताओं की पूर्ति न होने पर
सागर में रेगिस्तान जैसा होता है

— डाँ मधु त्रिवेदी

Language: Hindi
73 Likes · 422 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
प्यार समर्पण माँगता,
प्यार समर्पण माँगता,
sushil sarna
पैर, चरण, पग, पंजा और जड़
पैर, चरण, पग, पंजा और जड़
डॉ० रोहित कौशिक
चुनाव चालीसा
चुनाव चालीसा
विजय कुमार अग्रवाल
#जब से भुले द्वार तुम्हारे
#जब से भुले द्वार तुम्हारे
Radheshyam Khatik
मेरी बेटी बड़ी हो गई,
मेरी बेटी बड़ी हो गई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सफर पर है आज का दिन
सफर पर है आज का दिन
Sonit Parjapati
*कृष्ण की दीवानी*
*कृष्ण की दीवानी*
Shashi kala vyas
3839.💐 *पूर्णिका* 💐
3839.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बनें जुगनू अँधेरों में सफ़र आसान हो जाए
बनें जुगनू अँधेरों में सफ़र आसान हो जाए
आर.एस. 'प्रीतम'
मन की प्रीत
मन की प्रीत
भरत कुमार सोलंकी
*अपने भारत देश को, बॉंट रहे हैं लोग (कुंडलिया )*
*अपने भारत देश को, बॉंट रहे हैं लोग (कुंडलिया )*
Ravi Prakash
मेरा प्रेम पत्र
मेरा प्रेम पत्र
डी. के. निवातिया
शैलजा छंद
शैलजा छंद
Subhash Singhai
कोई बाहों में होकर भी दिल से बहुत दूर था,
कोई बाहों में होकर भी दिल से बहुत दूर था,
Ravi Betulwala
पैमाना सत्य का होता है यारों
पैमाना सत्य का होता है यारों
प्रेमदास वसु सुरेखा
वह ख्वाब सा मेरी पलकों पे बैठा रहा
वह ख्वाब सा मेरी पलकों पे बैठा रहा
Kajal Singh
प्रकृति के आगे विज्ञान फेल
प्रकृति के आगे विज्ञान फेल
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
स्त्री
स्त्री
Shweta Soni
खामोश से रहते हैं
खामोश से रहते हैं
Chitra Bisht
"वक्त"
Dr. Kishan tandon kranti
जब तक इंसान धार्मिक और पुराने रीति रिवाजों को तर्क के नजरिए
जब तक इंसान धार्मिक और पुराने रीति रिवाजों को तर्क के नजरिए
Rj Anand Prajapati
तन्हा रात तन्हा हम और तन्हा तुम
तन्हा रात तन्हा हम और तन्हा तुम
Naresh
मंजिल की तलाश में
मंजिल की तलाश में
Praveen Sain
जीवन की निरंतरता
जीवन की निरंतरता
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
जैसे हम,
जैसे हम,
नेताम आर सी
जिन्दगी के किसी कोरे पन्ने पर
जिन्दगी के किसी कोरे पन्ने पर
पूर्वार्थ
लोगों की अच्छाईयांँ तब नजर आती है जब।
लोगों की अच्छाईयांँ तब नजर आती है जब।
Yogendra Chaturwedi
आइये हम ये विचार करें
आइये हम ये विचार करें
Dr.Pratibha Prakash
पति मेरा मेरी जिंदगी का हमसफ़र है
पति मेरा मेरी जिंदगी का हमसफ़र है
VINOD CHAUHAN
प्रकृति प्रेम
प्रकृति प्रेम
Ratan Kirtaniya
Loading...