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Dr. Kishan tandon kranti
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20 Apr 2024 · 1 min read
“विडम्बना”
“विडम्बना”
जीते जी उसे
दो गज कपड़ा तक नसीब न हुआ,
मरने के बाद
सजाया गया नए कपड़े लपेट-लपेट।
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