विचार
विचार
किताबों में निहित विचार ही उसके प्राण तत्व होते हैं न कि उसका बाहरी कवर | इसलिए किसी भी पुस्तक के चयन के समय लेखक के विचार अवश्य पढ़ें जो आपको किताब को लिखने के उद्देश्य से परिचित कराता है |
अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”
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किताबों में निहित विचार ही उसके प्राण तत्व होते हैं न कि उसका बाहरी कवर | इसलिए किसी भी पुस्तक के चयन के समय लेखक के विचार अवश्य पढ़ें जो आपको किताब को लिखने के उद्देश्य से परिचित कराता है |
अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”