विचाराधीन तथ्य
में सोच रहा हू कि क्यों न इक बार गुरु जनो के हांथो में देश की कमान सौंपी जाए
सच में जिस प्रकार वो बच्चो को पीट पीट कर पढ़ना लिखना और संस्कार सिखाते है उसी प्रकार देश को लूटने वाले दरिंदो को भी सबक सिखा देगे
सही में वो भी लागू कर देंगे की चुनाव लडने वाला व्यक्ति 30साल से50साल के बीच का होगा
और किसी भी पद पर तीन वार से ज्यादा चुनाव नहीं लड़ेगा
जन हित में जारी
✍️कृष्णकांत गुर्जर धनौरा