**वर दो वर दो—(घनाक्षरी छंद)
मनहरण छंद- वर दो वर दो———!
दे दो वर महारानी, जय शारदे भवानी।
वीणा पानी दीप हम, ज्ञान का जलाएंगे।।
आपके दर आए हम,हरो हरो सारे तम।
जगती में उजियारा,हम मां फैलाएंगे।।
लगाई लगाई आस, हमको मां विश्वास।
हम तो जिव्हा से मैय्या,सा रे गा मा गाएंगे।।
आपका सहारा मिले,स्वर अधरो का खिले।
अनुनय मान पाएं,सम्मान पा जाएंगे।।
राजेश व्यास अनुनय