वर्षा आगमन
उमड़ घुमड कर बदरा छाए
आसमां में घनघोर घटा सम छाई
तूफान ने भी संग रफ्तार जमाई
मानो वर्षा की होगी खूब अगुवाई
हर्षित पुलकित मन माने अब आई अब आई
तपती धूप दुपहरी से राहत की करे दुहाई
वर्षा की बूंँदो की हो रही ऐसी मनुहार
मानो चातक कर रहा स्वाती का इन्तजार
अरमानो की क्या खूब सेज सजाई
वर्षा की बूंँदो से सबने आस लगाई
घर आँगन खिली फुलवारी भी मुस्काई
गली के बच्चों ने अपनी नाव बनाई
बारिश की बूँदों की हुई मेहरबानी
पर यह तो आई चन्द बूँदें ही बरसानी
जाने फिर कहा चली मस्तानी
हमारी प्यारी वर्षा जल्द हुई रवानी