Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Feb 2024 · 1 min read

वर्तमान

समय चक्र है दौड़ रहा
पकड़े अपनी रफ्तार
अतीत में क्यों बांधे स्वयं को
धुंधला साया कुछ मीठी यादें
बीत गए जो अनुभव बन
जीवन दिशा को दे आधार
पकड़ लो वर्तमान की तार
बदलते युग नये परिवेश में
आधुनिकता के इस दौर में
ऊंचे सपने नभ तक उड़ान
कठिन संघर्ष नहीं विश्राम
नव योजना सफल विचार
जीवन पथ बना संग्राम
वर्तमान की यही पहचान ।

नेहा

Language: Hindi
32 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Neha
View all
You may also like:
ड्यूटी और संतुष्टि
ड्यूटी और संतुष्टि
Dr. Pradeep Kumar Sharma
काश कभी ऐसा हो पाता
काश कभी ऐसा हो पाता
Rajeev Dutta
सांस
सांस
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
दिवाली व होली में वार्तालाप
दिवाली व होली में वार्तालाप
Ram Krishan Rastogi
सुनो जीतू,
सुनो जीतू,
Jitendra kumar
"फूल"
Dr. Kishan tandon kranti
2540.पूर्णिका
2540.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
स्त्री एक देवी है, शक्ति का प्रतीक,
स्त्री एक देवी है, शक्ति का प्रतीक,
कार्तिक नितिन शर्मा
तेरा मेरा वो मिलन अब है कहानी की तरह।
तेरा मेरा वो मिलन अब है कहानी की तरह।
सत्य कुमार प्रेमी
कोमल चितवन
कोमल चितवन
Vishnu Prasad 'panchotiya'
हमारे प्यारे दादा दादी
हमारे प्यारे दादा दादी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
* खूब खिलती है *
* खूब खिलती है *
surenderpal vaidya
यादों के झरने
यादों के झरने
Sidhartha Mishra
इंसान
इंसान
विजय कुमार अग्रवाल
मुसाफिर
मुसाफिर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Image of Ranjeet Kumar Shukla
Image of Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
जब तक हयात हो
जब तक हयात हो
Dr fauzia Naseem shad
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
तन्हाई
तन्हाई
Surinder blackpen
धरा
धरा
Kavita Chouhan
खद्योत हैं
खद्योत हैं
Sanjay ' शून्य'
*मस्ती भीतर की खुशी, मस्ती है अनमोल (कुंडलिया)*
*मस्ती भीतर की खुशी, मस्ती है अनमोल (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
भारती-विश्व-भारती
भारती-विश्व-भारती
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
स्त्री:-
स्त्री:-
Vivek Mishra
मै भी सुना सकता हूँ
मै भी सुना सकता हूँ
Anil chobisa
सिलवटें आखों की कहती सो नहीं पाए हैं आप ।
सिलवटें आखों की कहती सो नहीं पाए हैं आप ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मौन
मौन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दोहा त्रयी . . . .
दोहा त्रयी . . . .
sushil sarna
फिदरत
फिदरत
Swami Ganganiya
रंग भरी एकादशी
रंग भरी एकादशी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
Loading...