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22 Feb 2024 · 1 min read

वर्तमान

समय चक्र है दौड़ रहा
पकड़े अपनी रफ्तार
अतीत में क्यों बांधे स्वयं को
धुंधला साया कुछ मीठी यादें
बीत गए जो अनुभव बन
जीवन दिशा को दे आधार
पकड़ लो वर्तमान की तार
बदलते युग नये परिवेश में
आधुनिकता के इस दौर में
ऊंचे सपने नभ तक उड़ान
कठिन संघर्ष नहीं विश्राम
नव योजना सफल विचार
जीवन पथ बना संग्राम
वर्तमान की यही पहचान ।

नेहा

Language: Hindi
58 Views
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