वर्तमान समय में रिश्तों की स्थिति पर एक टिप्पणी है। कवि कहता
वर्तमान समय में रिश्तों की स्थिति पर एक टिप्पणी है। कवि कहता है कि हम कितने भी रिश्ते क्यों न बना लें, लेकिन जब हम किसी से अपने दिल की बात नहीं कह पाते, तो हम अंदर से अकेले होते हैं। रिश्तों का मतलब है कि हम एक-दूसरे को समझें, लेकिन आज के समय में रिश्तों में सिर्फ दिखावा होता है। हम सिर्फ अपने रिश्ते को दिखाने के लिए दूसरों से मिलते हैं, लेकिन वास्तव में हम अपने अंदर के खालीपन को महसूस करते हैं।
कवि कहता है कि हमने इन रिश्तों से उम्मीद की थी कि वे हमें संभाल लेंगे, लेकिन आजकल इंसान इन रिश्तों में ही मर रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि हमारे रिश्ते हमें खुशी देंगे, लेकिन वास्तव में वे हमें और अधिक दुखी कर रहे हैं।
हमें सोचने पर मजबूर करती है कि हम अपने रिश्तों को कैसे निभा रहे हैं। क्या हम सिर्फ दिखावा कर रहे हैं, या हम वास्तव में अपने रिश्तों को समझते हैं? हमें अपने रिश्तों में थोड़ा समय निकालकर एक-दूसरे से बात करनी चाहिए। हमें अपने रिश्तों को मजबूत बनाने के लिए प्रयास करने चाहिए।