Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jun 2021 · 1 min read

वर्तमान की राजनितिक पहेली

जा रहे हो जिस राह पर
नफ़रत के कुएं उसमे खुदे है
ढक दिए हैं फूलों की चादरों से
और रख दी गयी है मूर्तियां आराध्य की
खड़े किए हैं फलदार दरख़्त धतूरे के
भर दिए हैं गिलास पानी भांग के
और क्षितिज पर मरीचिका है स्वर्ग की
चाशनी में लिपटे हुए आदेश है
स्वर्ग की चाह में सब निस्तेज है ।

यही पहेली है वर्तमान की
भूत में जाने के जिसमें रास्ते बने है
अंधकार है घना किन्तु
परवानों के जलने की रश्मियां अभी अनेक है
चलना तुम्ही को है
समझ कर आगे बढ़ना तुम्ही को है..!

अगर चाहते हो फैल जाए
आकाश में चमक शमशान की
और खड़ी हो जाएं मूर्तियां
जमीनदोज तिलिस्मी पाषाण की
लिए हाथों में तलवार और
शब्दों में स्वेक्षाचारी कानून की….

या चाहते हो,
हो विकास वर्तमान का
भिवष्य के लिए शांतिपूर्ण उज्ज्वल मार्ग का
इतिहास में पीछे छूटे इंसान का
और नफरत में घुने समाज का..

यही पहेली का अनुबंध है
जाने के मार्ग है बहुत किंतु
वापसी का ना कोई प्रबंध है ….!!

Language: Hindi
4 Likes · 2 Comments · 281 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
View all
You may also like:
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कातिल अदा
कातिल अदा
Bodhisatva kastooriya
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
विछोह के पल
विछोह के पल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ग्रंथ
ग्रंथ
Tarkeshwari 'sudhi'
कन्यादान
कन्यादान
Mukesh Kumar Sonkar
संघर्ष ज़िंदगी को आसान बनाते है
संघर्ष ज़िंदगी को आसान बनाते है
Bhupendra Rawat
नारी सौन्दर्य ने
नारी सौन्दर्य ने
Dr. Kishan tandon kranti
सूखा पत्ता
सूखा पत्ता
Dr Nisha nandini Bhartiya
चलो स्कूल
चलो स्कूल
Dr. Pradeep Kumar Sharma
राम नाम अवलंब बिनु, परमारथ की आस।
राम नाम अवलंब बिनु, परमारथ की आस।
Satyaveer vaishnav
" from 2024 will be the quietest era ever for me. I just wan
पूर्वार्थ
मिलो ना तुम अगर तो अश्रुधारा छूट जाती है ।
मिलो ना तुम अगर तो अश्रुधारा छूट जाती है ।
Arvind trivedi
“मृदुलता”
“मृदुलता”
DrLakshman Jha Parimal
भोला-भाला गुड्डा
भोला-भाला गुड्डा
Kanchan Khanna
Ek ladki udas hoti hai
Ek ladki udas hoti hai
Sakshi Tripathi
अभिव्यक्ति के समुद्र में, मौत का सफर चल रहा है
अभिव्यक्ति के समुद्र में, मौत का सफर चल रहा है
प्रेमदास वसु सुरेखा
*फल (बाल कविता)*
*फल (बाल कविता)*
Ravi Prakash
💐प्रेम कौतुक-424💐
💐प्रेम कौतुक-424💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
Shweta Soni
इतिहास
इतिहास
Dr.Priya Soni Khare
शिव हैं शोभायमान
शिव हैं शोभायमान
surenderpal vaidya
खींचो यश की लम्बी रेख।
खींचो यश की लम्बी रेख।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
हीर मात्रिक छंद
हीर मात्रिक छंद
Subhash Singhai
धनमद
धनमद
Sanjay ' शून्य'
धीरे-धीरे रूप की,
धीरे-धीरे रूप की,
sushil sarna
त्वमेव जयते
त्वमेव जयते
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हिंदी दिवस
हिंदी दिवस
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
आस लगाए बैठे हैं कि कब उम्मीद का दामन भर जाए, कहने को दुनिया
आस लगाए बैठे हैं कि कब उम्मीद का दामन भर जाए, कहने को दुनिया
Shashi kala vyas
*कहर  है हीरा*
*कहर है हीरा*
Kshma Urmila
Loading...