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15 Aug 2017 · 1 min read

वर्ण पिरामिड

वर्ण पिरामिड
तू
मुझे
जग से
प्यारा ही है
ना छोड़ के जा
मेरी पूजा भी तू
माँ जमीं में देवता ।।

मैं
बिन
तेरे हूँ
अधूरा सा
गम में मारा
लगता क्यों सारा
बनता हूँ …..बेचारा ।।

चंद्रप्रकाश बहुगुणा /माणिक्य /पंकज

Language: Hindi
425 Views
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