Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Apr 2024 · 1 min read

3305.⚘ *पूर्णिका* ⚘

3305.⚘ पूर्णिका
🌹 हरकतें बात बता देती है🌹
212 22 22 22
हरकतें राज बता देती है।
दिल की बात बता देती है।।
चांद जैसा ये मुखड़ा तेरा ।
चांदनी रात बता देती है।।
जान कर बनते अनजान यहाँ ।
बेवजह लाज बता देती है ।।
बस खुशी की यूं चाहत रखते।
ख्वाहिशें आज बता देती है ।।
बदलते मौसम हरपल खेदू।
देख हालात बता देती है ।।
……..✍ डॉ .खेदू भारती “सत्येश “
23-04-2024मंगलवार

16 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जिंदगी में हर पल खुशियों की सौगात रहे।
जिंदगी में हर पल खुशियों की सौगात रहे।
Phool gufran
पोषित करते अर्थ से,
पोषित करते अर्थ से,
sushil sarna
सत्य बोलना,
सत्य बोलना,
Buddha Prakash
प्रेम और सद्भाव के रंग सारी दुनिया पर डालिए
प्रेम और सद्भाव के रंग सारी दुनिया पर डालिए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
हिन्दी दोहा बिषय-
हिन्दी दोहा बिषय- "घुटन"
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
24, *ईक्सवी- सदी*
24, *ईक्सवी- सदी*
Dr Shweta sood
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
टिक टिक टिक
टिक टिक टिक
Ghanshyam Poddar
मैं भी आज किसी से प्यार में हूँ
मैं भी आज किसी से प्यार में हूँ
VINOD CHAUHAN
मुख्तशर सी जिन्दगी हैं,,,
मुख्तशर सी जिन्दगी हैं,,,
Taj Mohammad
सात जन्मों की शपथ
सात जन्मों की शपथ
Bodhisatva kastooriya
छोटी सी बात
छोटी सी बात
Kanchan Khanna
सारे गुनाहगार खुले घूम रहे हैं
सारे गुनाहगार खुले घूम रहे हैं
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
3351.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3351.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
छह घण्टे भी पढ़ नहीं,
छह घण्टे भी पढ़ नहीं,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*सत्य*
*सत्य*
Shashi kala vyas
■ सांकेतिक कविता
■ सांकेतिक कविता
*Author प्रणय प्रभात*
* मुस्कुराते नहीं *
* मुस्कुराते नहीं *
surenderpal vaidya
कोहली किंग
कोहली किंग
पूर्वार्थ
*चिकित्सक (कुंडलिया)*
*चिकित्सक (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
प्रेम निवेश है-2❤️
प्रेम निवेश है-2❤️
Rohit yadav
जाति बनाम जातिवाद।
जाति बनाम जातिवाद।
Acharya Rama Nand Mandal
"ये कैसी चाहत?"
Dr. Kishan tandon kranti
शरद पूर्णिमा पर्व है,
शरद पूर्णिमा पर्व है,
Satish Srijan
मीठी वाणी
मीठी वाणी
Dr Parveen Thakur
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
खूबसूरती एक खूबसूरत एहसास
खूबसूरती एक खूबसूरत एहसास
Dr fauzia Naseem shad
गहरी हो बुनियादी जिसकी
गहरी हो बुनियादी जिसकी
कवि दीपक बवेजा
व्यथा दिल की
व्यथा दिल की
Devesh Bharadwaj
जिसके हृदय में जीवों के प्रति दया है,
जिसके हृदय में जीवों के प्रति दया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...