Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Sep 2024 · 1 min read

” वफ़ा “

” वफ़ा ”
वक्त बहुत कीमती है इसे यूँ जाया ना करो,
जो मिट चले तुझपे उनकी वफ़ा आजमाने में।

2 Likes · 2 Comments · 23 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
*बात सही है खाली हाथों, दुनिया से सब जाऍंगे (हिंदी गजल)*
*बात सही है खाली हाथों, दुनिया से सब जाऍंगे (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
बम
बम
Dr. Pradeep Kumar Sharma
😊सनातन मान्यता😊
😊सनातन मान्यता😊
*प्रणय प्रभात*
तुम्हे तो अभी घर का रिवाज भी तो निभाना है
तुम्हे तो अभी घर का रिवाज भी तो निभाना है
शेखर सिंह
कहाँ मिलेगी जिंदगी  ,
कहाँ मिलेगी जिंदगी ,
sushil sarna
समय को समय देकर तो देखो, एक दिन सवालों के जवाब ये लाएगा,
समय को समय देकर तो देखो, एक दिन सवालों के जवाब ये लाएगा,
Manisha Manjari
भारत की देख शक्ति, दुश्मन भी अब घबराते है।
भारत की देख शक्ति, दुश्मन भी अब घबराते है।
Anil chobisa
तुम जा चुकी
तुम जा चुकी
Kunal Kanth
राम-वन्दना
राम-वन्दना
विजय कुमार नामदेव
ये रब की बनाई हुई नेमतें
ये रब की बनाई हुई नेमतें
Shweta Soni
3015.*पूर्णिका*
3015.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आसमान को उड़ने चले,
आसमान को उड़ने चले,
Buddha Prakash
वाह भाई वाह
वाह भाई वाह
Dr Mukesh 'Aseemit'
शहर तुम्हारा है तुम खुश क्यूँ नहीं हो
शहर तुम्हारा है तुम खुश क्यूँ नहीं हो
©️ दामिनी नारायण सिंह
तुम किसी झील का मीठा पानी..(✍️kailash singh)
तुम किसी झील का मीठा पानी..(✍️kailash singh)
Kailash singh
गम की मुहर
गम की मुहर
हरवंश हृदय
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गाएं
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गाएं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
" सवाल "
Dr. Kishan tandon kranti
नेता
नेता
surenderpal vaidya
अपनी इस तक़दीर पर हरपल भरोसा न करो ।
अपनी इस तक़दीर पर हरपल भरोसा न करो ।
Phool gufran
कहां गए बचपन के वो दिन
कहां गए बचपन के वो दिन
Yogendra Chaturwedi
हंसी आ रही है मुझे,अब खुद की बेबसी पर
हंसी आ रही है मुझे,अब खुद की बेबसी पर
Pramila sultan
अहमियत हमसे
अहमियत हमसे
Dr fauzia Naseem shad
****** धनतेरस लक्ष्मी का उपहार ******
****** धनतेरस लक्ष्मी का उपहार ******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मुक्तक
मुक्तक
Sonam Puneet Dubey
देशभक्ति
देशभक्ति
पंकज कुमार कर्ण
है नसीब अपना अपना-अपना
है नसीब अपना अपना-अपना
VINOD CHAUHAN
आखिर कब तक
आखिर कब तक
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
#𑒫𑒱𑒔𑒰𑒩
#𑒫𑒱𑒔𑒰𑒩
DrLakshman Jha Parimal
One fails forward toward success - Charles Kettering
One fails forward toward success - Charles Kettering
पूर्वार्थ
Loading...