वन्दे मातरम्
आन बान सम्मान वन्दे मातरम्।
भारत माँ की शान वन्दे मातरम्।।
वन्दे मातरम्! वन्दे मातरम्!! वन्दे मातरम्!!! – 2
आज़ादी का महामंत्र है यही हमारा
अशफ़ाक़ उल्ला, भगत सिंह, आज़ाद का प्यारा
हँस कर फाँसी के फन्दे को चूम लिए थे
देख रहा था अचरज से संसार ये सारा
वासन्ती परिधान वन्दे मातरम्।
भारत माँ की शान वन्दे मातरम्।।
वन्दे मातरम्! वन्दे मातरम्!! वन्दे मातरम्!!! – 2
सिर पर बाँधे कफ़न वीर जब रण में आए
मृत्यु अचम्भित हो कर अपना शीश झुकाए
विजय करे जब वरण राष्ट्र के दीवानों का
कीर्ति-पताका गगन बीच झूमे और गाए
क्रान्तिघोष का गान वन्दे मातरम्।
भारत माँ की शान वन्दे मातरम्।।
वन्दे मातरम्! वन्दे मातरम्!! वन्दे मातरम्!!! – 2
जब तक धरती पर गंगा-यमुना का जल है
सूर्य-चन्द्र का जब तक यह अस्तित्व सबल है
जब तक साँसों की सरगम है कण्ठ-कण्ठ में
भारत माँ की गरिमा का यह गान अटल है
है ‘असीम’ की जान वन्दे मातरम्।
भारत माँ की शान वन्दे मातरम्।।
वन्दे मातरम्! वन्दे मातरम्!! वन्दे मातरम्!!! – 2
✍️ शैलेन्द्र ‘असीम’