वतन के लिये वीरता से लड़ा है
वतन के लिये वीरता से लड़ा है
तिरंगे में अब शांत लिपटा पड़ा है
उखाड़ेगा कैसे इसे कोई दुश्मन
तिरंगा हमारे दिलों में गड़ा है
सबक अब इसे तो सिखाना ही होगा
जो ये पाक ,नापाक ज़िद पर अड़ा है
है कश्मीर वो कीमती सा नगीना
जो माँ भारती के मुकुट में जड़ा है
दिया प्यार ही प्यार नफरत के बदले
नहीं दिल किसी देश का यूँ बड़ा है
निकल जाते अपराधी भी साफ बचकर
ये कानून अब तो बनाना कड़ा है
घिरा ‘अर्चना’ हर तरफ दुश्मनों से
वतन आज मुश्किल में कैसी खड़ा है
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद