*”वतन के रखवाले”*
जो डरकर पीछे हट जाएं, वो हम नहीं ।
हस्ती हमारी मिटा दे, इतना किसी में दम नहीं ।।
सीना फौलादी रखते हैं, प्यार वतन से करते हैं ।
मिट भी जाएं वतन की खातिर,तो कोई गम नहीं ।।
भारत माँ की खातिर, हम हँसकर जान गंवा देंगे ।
दुश्मन को धूल चटा देंगे, घुटनों पे उसको झुका देंगे ।।
आँच न आने देंगे शान पे, कतरा कतरा खून बहा देंगे ।
जान से ज्यादा प्यारा वतन है, हम अपनी जान लूटा देंगे ।।
भारत माँ के फौजी बेटे, अपना फर्ज निभाएंगे ।
जो दुश्मन बन टकराएंगे, चूर चूर हो जाएंगे ।।
झुकने ना देंगे झंडा हमारा, सिर भले कट जाए ।
हम वतन के रखवाले, वतन पे मर मिट जाएंगे ।।