वजूद
बरसों से दिल का चमन वीराना था ,
महसूस होता था हमें जैसे हमारा वजूद बुतनामा था ,
तुम्हें देखा तो जिंदगी की तमन्ना जाग उठी
वरना हमने तो अभी कफन ही उठाना था ।
बरसों से दिल का चमन वीराना था ,
महसूस होता था हमें जैसे हमारा वजूद बुतनामा था ,
तुम्हें देखा तो जिंदगी की तमन्ना जाग उठी
वरना हमने तो अभी कफन ही उठाना था ।