वक्त
है वक्त तू ठहरता नही है।
मैं तेरे साथ चलता नही हूँ।
तू किसी को कब तलाशता,
मैं तुझे कभी मिलता नहीं हूं।
तू ठिक जाता है जबकि
तेरी फ़ितरत टिकता नही है।
मैं भी तेरा दोस्त ही हूँ ,
आजकल मैं भी टिकता नही हूँ।
कलम घिसाई
है वक्त तू ठहरता नही है।
मैं तेरे साथ चलता नही हूँ।
तू किसी को कब तलाशता,
मैं तुझे कभी मिलता नहीं हूं।
तू ठिक जाता है जबकि
तेरी फ़ितरत टिकता नही है।
मैं भी तेरा दोस्त ही हूँ ,
आजकल मैं भी टिकता नही हूँ।
कलम घिसाई