“वक्त-वक्त की बात”
“वक्त-वक्त की बात”
कभी तड़पाता दर्द है
कभी हँसी की बात है,
कभी अकेले पड़ जाते
कभी कारवाँ साथ है,
मानो या ना मानो
वक्त-वक्त की बात है।.
“वक्त-वक्त की बात”
कभी तड़पाता दर्द है
कभी हँसी की बात है,
कभी अकेले पड़ जाते
कभी कारवाँ साथ है,
मानो या ना मानो
वक्त-वक्त की बात है।.