Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Apr 2020 · 1 min read

वक्त ये कैसी इन्साफी

वक्त ये कैसी इन्साफी रिश्ते जाने कहाँ खो गये
जो अब तक बगल वो अब अनजाने से हो गये

उस प्रसूता की भी क्या कहानी जिसके पास कोई नहीं
अभी जहाँ में जो बच्चा आया गोद लेने को कोई नहीं
सोशल डिस्टेंस के देखो आज कितने पैमाने हो गये
जो अब तक बगल वो अब अनजाने से हो गये

लाँकडाउन में सब बन्द कही आना जाना नहीं
एकदूजे का बस चेहरा देखे यारों से बतराना नहीं
इक्कीस दिन में ऐसा लगे देखे बिन जमाने हो गये
जो अब तक बगल वो अब अनजाने से हो गये

मर गया इंजीनियर जब कोई न वारिस था लाश का
सद गति न मिली उसे जो ध्यान रखता हर आस का
लावारिश लाशो के ऐतिहासिकअफसाने हो गये
जो अब तक बगल वो अब अनजाने से हो गये

Language: Hindi
74 Likes · 1 Comment · 587 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
🙅लघुकथा/दम्भ🙅
🙅लघुकथा/दम्भ🙅
*Author प्रणय प्रभात*
मुझ को इतना बता दे,
मुझ को इतना बता दे,
Shutisha Rajput
#justareminderdrarunkumarshastri
#justareminderdrarunkumarshastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
चेहरे का रंग देख के रिश्ते नही बनाने चाहिए साहब l
चेहरे का रंग देख के रिश्ते नही बनाने चाहिए साहब l
Ranjeet kumar patre
साहित्य सत्य और न्याय का मार्ग प्रशस्त करता है।
साहित्य सत्य और न्याय का मार्ग प्रशस्त करता है।
पंकज कुमार कर्ण
तन से अपने वसन घटाकर
तन से अपने वसन घटाकर
Suryakant Dwivedi
*पिचकारी 【कुंडलिया】*
*पिचकारी 【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
* मन कही *
* मन कही *
surenderpal vaidya
-शुभ स्वास्तिक
-शुभ स्वास्तिक
Seema gupta,Alwar
जीवन
जीवन
Bodhisatva kastooriya
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
इस टूटे हुए दिल को जोड़ने की   कोशिश मत करना
इस टूटे हुए दिल को जोड़ने की कोशिश मत करना
Anand.sharma
सूने सूने से लगते हैं
सूने सूने से लगते हैं
Er. Sanjay Shrivastava
नारी तू नारायणी
नारी तू नारायणी
Dr.Pratibha Prakash
मोहमाया के जंजाल में फंसकर रह गया है इंसान
मोहमाया के जंजाल में फंसकर रह गया है इंसान
Rekha khichi
खुद की नज़रों में भी
खुद की नज़रों में भी
Dr fauzia Naseem shad
पूर्ण-अपूर्ण
पूर्ण-अपूर्ण
Srishty Bansal
भाव जिसमें मेरे वो ग़ज़ल आप हैं
भाव जिसमें मेरे वो ग़ज़ल आप हैं
Dr Archana Gupta
स्वास विहीन हो जाऊं
स्वास विहीन हो जाऊं
Ravi Ghayal
पंछी
पंछी
sushil sarna
ऐ ज़िन्दगी ..
ऐ ज़िन्दगी ..
Dr. Seema Varma
इश्क़ कर लूं में किसी से वो वफादार कहा।
इश्क़ कर लूं में किसी से वो वफादार कहा।
Phool gufran
अच्छा लगता है
अच्छा लगता है
लक्ष्मी सिंह
*मासूम पर दया*
*मासूम पर दया*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
क्यूँ भागती हैं औरतें
क्यूँ भागती हैं औरतें
Pratibha Pandey
2504.पूर्णिका
2504.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जब कोई दिल से जाता है
जब कोई दिल से जाता है
Sangeeta Beniwal
प्यार की लौ
प्यार की लौ
Surinder blackpen
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
बोलती आँखे....
बोलती आँखे....
Santosh Soni
Loading...