वक्त ठहरता नहीं
विषय:वक्त ठहरता नही
जिंदगी कुछ यूँ बसर हो रही हैं
वक्त है कि कभी ठहरता ही नही
जैसे सीढ़िया ऊपर लेकर जाती हैं
जीवन की गति आगे लेकर जाती हैं
कुछ यूँ ज़िंदगी बीतती जा रही हैं
खुद आगे बढ़ रही है जीवन को लेकर
वैसे ही जैसे सीढ़िया बढ़ती हैं अगली मंजिल को
मुझे जिंदगी ले जा रही है अगले जन्म की ओर
गुरूर क्यो कामयाबी पर जाना है आगे फिर
वक्त हैं कि कभी ठहरता नही
जीवन लेकर आना है फिर से यहीं
सीढ़ियों की तरह हर बार ले जाकर छोड़ने के लिए
क़ाबिल नहीं है कोई जो उसके साथ चल सके
हर मोड़ पे उसको मात दे सके ओर चलना पड़ता हैं
वैसे ही जैसे सीढ़िया बढ़ती हैं अगली मंजिल को
मुझे जिंदगी ले जा रही है अगले जन्म की ओर
ऐ ज़िंदगी तू भी सीढ़ियों से कम तो नही
वक्त हैं कि कभी ठहरता ही नही
तू कितनी मुसीबतों से सामना करवाएगी मुझसे
जितना नीचे से ऊपर लेकर जाएगी मुझे
हर बार उतने ही होंसले से मैं चलूंगी
और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ती हुई पहुंच ही जाऊंगी
वैसे ही जैसे सीढ़िया बढ़ती हैं अगली मंजिल को
मुझे जिंदगी ले जा रही है अगले जन्म की ओर
ऐ ज़िंदगी वक्त बुरा नही है मेरा ये भी बस
वक्त हैं कि कभी ठहरता ही नही
नियति यही हैं आज बुरा है मेरा वक़्त
तो कल अच्छा भी होगा सीढ़ियों सी बढ़ती हुई मैं
तेरी मुसीबतें और ठोकरो को खाती सी मैं
मेरे आगे बढ़ने का होंसला रखती हूँ सीढ़ियों की तरह
वैसे ही जैसे सीढ़िया बढ़ती हैं अगली मंजिल को
मुझे जिंदगी ले जा रही है अगले जन्म की ओर
डॉ मंजु सैनी
गाज़ियाबाद