वक्त के साँचे मे…..
वक्त के साँचे में जो भी ढल जाएगा,
सबसे आगे वही बस निकल जाएगा.
जिन्दगी भी सियासत से कम तो नहीं,
इक गलत चाल से सब विफल जाएगा.
वक्त के साँचे में जो भी ढल जाएगा,
सबसे आगे वही बस निकल जाएगा.
जिन्दगी भी सियासत से कम तो नहीं,
इक गलत चाल से सब विफल जाएगा.