वंचक (किरीट सवैया )
किरीट सवैया
8×भगण (24 वर्ण)
क्षोभ विलोभ विलेप छली निज गौरव का अपमान करे नित।
राज समाज बिराज रहा बन खंजर खाज निशान करे नित।
वीर सपूत बिना वनिता अरि को दुहिता निज दान करे नित।
वंचक है कुल कंटक भी कुल का अपने अवसान करे नित।
-©नवल किशोर सिंह
29/07/2021