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19 Jun 2023 · 1 min read

*लो कर में नवनीत (हास्य कुंडलिया)*

लो कर में नवनीत (हास्य कुंडलिया)
______________________________
आगे बढ़ना है अगर ,लो कर में नवनीत
समझो खुद को बॉस का ,सेवक जैसे क्रीत
सेवक जैसे क्रीत ,बॉस का तलवा मलना
दिखे जहॉं भी पैर ,शीश पर धर कर चलना
कहते रवि कविराय ,दिखो बस दौड़े-भागे
मलने में नवनीत , बॉस के रहना आगे
_______________________________
नवनीत = मक्खन
क्रीत = खरीदा हुआ
बॉस = अफसर ,उच्च अधिकारी
कर =हाथ
__________________________
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

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