लोग कैसे कैसे
इतने बैचेन ,इतने बेकरार क्यों है
लोग यहाँ, इतने होशियार क्यूँ हैं
हर किसी को हैं,रखनी सबकी ख़बर
यहाँ हर कोई चलता फिरता ,अखबार क्यों हैं…….
इतने बैचेन ,इतने बेकरार क्यों है
लोग यहाँ, इतने होशियार क्यूँ हैं
सबको सबकी खबर चाहिए तो सही
हा मग़र ,ग़म बाँटने के लिए नहीं
महफ़िल में बदनाम करने के लिए
ये जो आजकल का चलन है ना
कुछ भी हो जिंदगी में
उसे स्टेटस से जताओ
बस यही चलन लोगों को गिराता जा रहा है
अपनी हर खबर स्टेटस रूपी अखबार में छाप कर
दुनिया को अपनी हर खबर से रूबरू करा रहा है।