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14 Feb 2024 · 1 min read

मेहनत के दिन ।

मेहनत के दिन हमको ,
बड़े याद आते हैं।
संघर्ष के दिन हमको ,
नित आगे बढ़ाते हैं।

जब-जब जिन्दगीं में,
आगे बढ़ते जाते है।
कुछ पाते हैं नया,
कुछ खोते जाते हैं।

जीवन के दोराहे पर,
जब फंस जाते है।
चुनना एक को होता,
हमको दोनो भाते हैं।

परिश्रम करते करते,
जब थक जाते हैं।
उम्मीदों के जैसे,
परिणाम न आते है।

माँ की ममता के जब,
अर्थ समझ आते हैं।
पापा के कड़वे बचन,
मीठे लगने लग जाते है।

हम जो-जो चाहते हैं,
वो सब पा जाते है।
‘दीप’ को उजाले सदा,
तम की याद दिलाते हैं।

-जारी
-©कुलदीप मिश्रा

Language: Hindi
1 Like · 45 Views
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