Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2020 · 1 min read

लोगो की सोच

आप चाह कर भी आसपास के लोगों की सोच नहीं बदल सकते
इसलिए अच्छा है कि हम वही करें जो हमें अच्छा लगे
और हमारे लिए अच्छा हो।

Language: Hindi
Tag: शेर
4 Likes · 453 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
रिश्ते
रिश्ते
Ram Krishan Rastogi
वक्त कब लगता है
वक्त कब लगता है
Surinder blackpen
समाज या परिवार हो, मौजूदा परिवेश
समाज या परिवार हो, मौजूदा परिवेश
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Bahut hui lukka chhipi ,
Bahut hui lukka chhipi ,
Sakshi Tripathi
इजहार ए इश्क
इजहार ए इश्क
साहित्य गौरव
रंगों का महापर्व होली
रंगों का महापर्व होली
Er. Sanjay Shrivastava
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सच ज़िंदगी और जीवन में अंतर हैं
सच ज़िंदगी और जीवन में अंतर हैं
Neeraj Agarwal
सपने
सपने
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
शुक्रिया जिंदगी!
शुक्रिया जिंदगी!
Madhavi Srivastava
"विडम्बना"
Dr. Kishan tandon kranti
काला दिन
काला दिन
Shyam Sundar Subramanian
उनकी तोहमत हैं, मैं उनका ऐतबार नहीं हूं।
उनकी तोहमत हैं, मैं उनका ऐतबार नहीं हूं।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था
जख्मो से भी हमारा रिश्ता इस तरह पुराना था
कवि दीपक बवेजा
ज़िन्दगी,
ज़िन्दगी,
Santosh Shrivastava
जब बातेंं कम हो जाती है अपनों की,
जब बातेंं कम हो जाती है अपनों की,
Dr. Man Mohan Krishna
तुम आशिक़ हो,, जाओ जाकर अपना इश्क़ संभालो ..
तुम आशिक़ हो,, जाओ जाकर अपना इश्क़ संभालो ..
पूर्वार्थ
देर आए दुरुस्त आए...
देर आए दुरुस्त आए...
Harminder Kaur
राखी का कर्ज
राखी का कर्ज
Mukesh Kumar Sonkar
2862.*पूर्णिका*
2862.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आत्महत्या कर के भी, मैं जिंदा हूं,
आत्महत्या कर के भी, मैं जिंदा हूं,
Pramila sultan
*हम पर अत्याचार क्यों?*
*हम पर अत्याचार क्यों?*
Dushyant Kumar
घर के किसी कोने में
घर के किसी कोने में
आकांक्षा राय
तू मेरी हीर बन गई होती - संदीप ठाकुर
तू मेरी हीर बन गई होती - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
हिंदी
हिंदी
Pt. Brajesh Kumar Nayak
दोनो कुनबे भानुमती के
दोनो कुनबे भानुमती के
*Author प्रणय प्रभात*
ख़त पहुंचे भगतसिंह को
ख़त पहुंचे भगतसिंह को
Shekhar Chandra Mitra
युवा
युवा
Akshay patel
दर्द ! अपमान !अस्वीकृति !
दर्द ! अपमान !अस्वीकृति !
Jay Dewangan
"आँगन की तुलसी"
Ekta chitrangini
Loading...