लोकतंत्र
आप कह दीजिए कि आप मौन रहे!
हम अपनी आवाज़ दुबारा नही उठाएंगे।
(लोकतंत्र एक पवित्र शब्द है)
देह के आराम के लिए
नींद में जागकर सोना होगा
चिल्लाने से नही… लोकतंत्र… लोकतंत्र…लोकतंत्र
नही
जनता पुल है
लोकतंत्र और आपके बीच।
आप कह दीजिए कि आप मौन रहे!
हम अपनी आवाज़ दुबारा नही उठाएंगे।
(लोकतंत्र एक पवित्र शब्द है)
देह के आराम के लिए
नींद में जागकर सोना होगा
चिल्लाने से नही… लोकतंत्र… लोकतंत्र…लोकतंत्र
नही
जनता पुल है
लोकतंत्र और आपके बीच।