ले चलो तुम हमको भी, सनम अपने साथ में
ले चलो तुम हमको भी, सनम अपने साथ में।
बांटेंगे दुःख और खुशी, अपनी हम साथ में।।
ले चलो तुम हमको भी————————।।
वादा किया है हमने, सँग- सँग जीने का।
जिंदगी की हर डगर, चलेंगे हम साथ में।।
तुम ले चलो हमको भी——————-।।
खबर कैसे मिलेगी, तुम कहाँ हो कैसे हो।
बितायेंगे हरपल हम, जिंदगी के साथ में।।
ले चलो तुम हमको भी———————।।
साथी बिन होता नहीं, सफर कभी भी हसीन।
बसायेंगे कभी संसार, अपना हम भी साथ में।।
ले चलो तुम हमको भी——————– ।।
लगायेंगे चमन हम भी, जलायेंगे दीप हम भी।
मुकम्मल ख्वाब करेंगे,अपने हम भी साथ में।।
ले चलो तुम हमको भी——————– ।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)