लेख
सरल और सहज रहिए, जिस काम पर लगे हैं उसमें ही कंसंट्रेट रहिए अनुशासनपूर्वक व निरंतरता के साथ एक ही डायरेक्शन पर चलकर कीर्तिमान हासिल कर सकते हैं। क्योंकि जिस और चल पड़े हैं ….. बहुत संघर्ष है और कहीं परेशानियां व बाधाएं भी आएगी। इन सब परिस्थितियों को पार करके नई ऊर्जा और उत्साह को जगा कर चल पड़ना है बस यही अपनी सबसे बड़ी प्रेरणा है।
हमेशा सकारात्मक सोचिए क्योंकि व्यक्ति जैसा सोचता है वैसा ही बनता है, इसलिए अपनी सोच सकारात्मकतापूर्ण होनी चाहिए। समय रहते हुए अपने करियर पर ध्यान दीजिए। जिंदगी में अगर कोई कीमती व मूल्यवान चीज है तो वह है समय।
क्षण भर में समय बदल जाता है कोई व्यक्ति अगर समय का सदुपयोग करता है तो निखर जाता है, अगर इसका दुरुपयोग करता है तो बिखर जाता है।
अतः सकारात्मक नजरिया के साथ चल पड़िए,, निर्भयता निडरता के साथ चल पड़िए।
✍️ प्रवीण नोनजीराम सैन
नवापुरा ध्वेचा (जालोर)